विधायक दविंदर गुभाया को महंगी पड़ेगी महिला पुलिस से बदतमीजी-महिला संगठनों में रोष

Report: Khalsa Gurmit Singh Tung

एक महिला के साथ अभद्रता और बदतमीजी करने वाले विधायक दविंदर सिंह गोभाया के प्रति महिला संगठनों में रोष पाम एल ए दविंदर सिंह घूबाया के द्वारा एक महिला अफसर के साथ बदतमीजी करने और उसे धमकाने के मामले का इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन फ़ॉर पुलिस पब्लिक प्रेस ने सख्त नोटिस लिया है। आईएचआरओ के चेयरमैन परवीन कोमल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग की है कि इस बदतमीज एमएलए को तुरंत पार्टी से निष्कासित किया जाए जिसे महिलाओं से बात करने का भी सलीका नहीं । परवीन कोमल ने कहा है कि इस विधायक को अपनी मर्यादा की सीमा से बाहर जाते हुए इस बात का भी ज्ञान नहीं रहा कि उसके पास ऐसी कोई शक्ति नहीं जिसके जरिए वह खुद इस महिला इंस्पेक्टर का बोरी बिस्तरा गोल कर सके लेकिन पुलिस अधिकारी के पास ऐसी पावर जरूर होती है कि वह किसी विधायक का बिस्तर 5 साल के बाद गोल करवा सके,क्योंकि पुलिस अधिकारी सीधे जनता के संपर्क में रहते हैं और लोगों की सेवा में निस्वार्थ रूप से जुटे रहते हैं। आई एच आर ओ के चेयरमैन परवीन कोमल ने हैरानी प्रकट करते हुए कहा के घोबाया नाम के इस प्राणी ने महिला अफसर को कहा कि तुम एसएचओ ही हो, कोई भगवान नहीं लेकिन इस कम उम्र के अत्यधिक उत्साही नौजवान को यह बात भी जान लेनी चाहिए कि अगर महिला एसएचओ भगवान नहीं तो विधायक भी कोई धर्मराज नहीं। उसको यह ज्ञात होना चाहिए कि ये एक कटु सत्य है कि महिला पुलिस इंस्पेक्टर की नौकरी पक्की होती है लेकिन विधायक की नौकरी कच्ची होती है और एक बार अगर विधायक हार जाए और दोबारा भविष्य में ना चुना जाए तो फिर उसे ताउम्र पेंशन की रोटियां पर ही गुजारा करना पड़ता है। चेयरमैन ने कहा कि इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन फॉर पुलिस पब्लिक प्रेस की तरफ से यह मामला नेशनल वोमेन कमीशन के समक्ष भी पेश किया जाएगा क्योंकि यह घटना महिलाओं के सम्मान के साथ भी जुड़ी है । जहां इस कम उम्र के नौजवान विधायक ने एक महिला के साथ तू तड़ाक और बदतमीजी की भाषा का इस्तेमाल करते हुए महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाई है वहीं पर इसके ऐसे आचरण ने विधानसभा की उच्च कद्रों कीमतों को भी प्रभावित किया है । एक विधायक से अक्सर आम जनता की तरफ से यह उम्मीद की जाती है कि उसको लोगों से बातचीत करने का शिष्टाचार जरूर आना चाहिए लेकिन दविंदर सिंह घबाया नाम के इस प्राणी के इस आचरण ने लोगों को सोचने को मजबूर कर दिया है कि क्या ऐसे जनप्रतिनिधि महिलाओं के सम्मान की रक्षा कर सकते हैं जिनको महिलाओं से बातचीत करने का प्राथमिक कायदा कानून ही पता नहीं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह एक बहुत ही सुलझे हुए सैनिक मुख्यमंत्री हैं जो डिसिप्लिन और शिष्टाचार के बहुत पाबंद है इसलिए उनको चाहिए कि ऐसे लोगों को कांग्रेस पार्टी से कोसों दूर रखा जाए जो पंजाब की महिलाओं के सम्मान के लिए खतरनाक सिद्ध हो सकते हैं गौरतलब है देवेंद्र सिंह घुबाया उसी शेर सिंह घुबाया का पुत्र है जिसका एक रंगीन वीडियो 2017 में वायरल हुआ था और यह वह घुबाया परिवार हैं जिसको बैंक ने करोड़ों रुपए की अदायगी के मामले में नोटिस भी भेजा था। बैंक ने वित्तीय सुरक्षा एक्ट 2002 की धारा 13(2) के अंतर्गत घुबाया परिवार को वसूली नोटिस जारी किया था। बैंक ने घुबाया की गिरवी रखी जायदाद की बिक्री या लीज़ आदि पर भी रोक लगा दी थी। घुबाया परिवार ने दिसंबर 2008 में बैंक से कर्ज़ लिया था। इस 8 करोड़ से भी ज्यादा कर्ज़ के बदले रिहायशी मकान, गाँव सुखेड़ा बोदला, गाँव घुबाया और जलालाबाद में जायदाद बैंक के पास गिरवी रखी हुई है। इसी शेर सिंह घुबाया के बच्चे ने महिला अफसर को कहा कि वह उसके आदमियों के साथ कोई कार्रवाई क्यों कर रही है और उसके बाद घोबाय पुत्र ने महिला अफसर को बेहद अभद्र तरीके से डांटना शुरू किया और इसके बाद हालांकि महिला अफसर ने उन्हें कहा कि तरीके के साथ बात करें, लेकिन 3 लाख रुपये की 2009 मॉडल की स्कार्पियो जीप का मालिक दविंदर सिंह घुबाया तो चुप होने का नाम ही नहीं ले रहा था।
16 जनवरी 2017 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की घुबाया ब्रांच में 826 रुपये की तुच्छ राशि के मालिक घुबाया पुत्र दविंदर सिंह ने सत्ता के नशे में महिला अफसर से बात करते हुए आगे ये तक कह डाला कि ऐसे काम नहीं चलेगा, तुम अपना जुल्ली बिस्तरा सामान बांधों और चलो। इस सारे प्रकरण और आॅडियो क्लिप को सुनने के बाद ऐसा लगता है जैसे इस विधायक ने सरकारी मुलाजिम या अफसर को दबाने का ठेका ले रखा हो। इंटरनेशनल हुमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन फॉर पुलिस पब्लिक प्रेस के चेयरमैन परवीन कोमल ने कहा है पंजाब की धरती वो धरती है जहां बाबा नानक ने सो क्यों मंदा आखिए जित जम्मे राजान का फरमान किया है और ऐसी पवित्र धरती पर किसी बिगड़ैल दिमाग के व्यक्ति को इस बात की इजाजत हरगिज़ नहीं दी जानी चाहिए कि वह महिलाओं के सम्मान से खिलवाड़ करें चाहे वह किसी भी रुतबे पर हो ।आईएचआरओ के चेयरमैन ने कहा कि अगर किसी और महिला से भी ऐसे किसी भी व्यक्ति ने कोई अभद्रता की हो तो वह 98764 42643 पर व्हाट्सएप करके अपनी शिकायत भेज सकती है जिसके पक्ष में आवाज उठाई जाएगी।

विशेष एडिटोरियल टिप्पणी : अगर एजुकेशन की बात की जाए तो एम एल ए दविंदर सिंह महज बी ए पास है जबकि इंस्पेक्टर लवमीत कौर ने महिंद्रा कॉलेज पटियाला से पोलिटिकल साइंस में एम ए की है इस लिहाज से शिक्षा के मामले में भी महिला इंस्पेक्टर लवमीत कौर एम एल ए दविंदर सिंह घुबाया से बहुत सीनियर हैं ।

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