आगरा में छात्रा को जिंदा जलाने का मामला-लड़की के चचेरे भाई ने उसे आग लगाई

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान योगेश के रिश्तेदार विजय और आकाश का नाम भी आरोपी के तौर पर सामने आया. योगेश पहले ही खुदकुशी कर चुका है. विजय, योगेश के मामा का बेटा है, जबकि आकाश, विजय का रिश्तेदार बताया जाता है. छात्रा की मौत के बाद पुलिस की टीम योगेश के घर की तलाशी लेने पहुंची तो उन्हें एक पत्र मिला. इसके बाद साफ हो गया कि योगेश की इस मामले में भूमिका संदिग्ध है. छात्रा की हत्या और योगेश की मौत को लेकर पुलिस ने कड़ियां जोड़ना शुरू की, तो शुरुआती जांच में मामला एकतरफ़ा प्यार का निकलकर सामने आया है.

घटना के बाद लड़की को 60 फीसदी जली हुई हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी. जिस जगह पर छात्रा को जलाया गया उससे ठीक 100 मीटर की ही दूरी पर 23 नवंबर को उसके पिता भी हमला हुआ था. 18 दिसंबर को स्कूल से वापस लौट रही थी. वह अकोला के एक इंटर कॉलेज में 10वीं कक्षा की छात्रा थी. रोजाना की तरह वह अपनी साइकिल से घर वापस लौट रही थी. जैसे ही वह अपने घर के करीब पहुंची, तभी वहां पहले से मौजूद दो युवकों ने लड़की पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर उसे आग के हवाले कर दिया.

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