एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने एलान किया-मौत की सजा दिलवाएंगे मनन के कातिलों को
पटियाला: बीते दिनों घनौर में एक विवाह समागम में अगवा हुए छह सालों बच्चे मनान जिस की बाद में गाँव लाछड़ू खुर्द के साथ लगते सूए की खदानों की घनी झाड़ियों में से पूरी तरह गली सड़ी लाश बरामद हुई थी,उक्त अंधे कत्ल का पटियाला पुलिस को हल करने में कामयाबी मिल गई है।
इस मासूम बच्चे का बेरहमी के साथ कत्ल करने वाले दो मुलजिमों अवनीश कुमार उर्फ काला और सुनीता बेगम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है . इस वारदात के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए एस. एस. पी श्री मनदीप सिंह सिद्धू ने पुलिस न्यूज़ इण्डिया को बताया कि 5 दिसंबर को दाना मंडी घनौर विवाह के समागम में से मनान पुत्र सोहल खान पुत्र नसीरुदीन निवासी वार्ड नंबर 2 घनौर को अगवा कर लिया गया था, जिस के सबंध में मुकदमा नंबर 107 तारीख 06.12.2018 धारा 365 के अधीन थाना घनौर में दर्ज किया गया था। मुकदमे को ट्रेस करने के लिए श्री मनजीत सिंह बराड़ कप्तान पुलिस इन्वैस्टीगेशन पटियाला के नेतृत्व में श्री सुखमिन्दर सिंह चौहान उप कप्तान पुलिस, इन्वैस्टीगेशन पटियाला, श्री अशोक कुमार, उप कप्तान पुलिस घनौर, इंस्पेक्टर शमिन्दर सिंह इंचार्ज सी. आई. ए स्टाफ पटियाला, इंस्पेक्टर अमनपाल सिंह, मुख्य अफसर थाना घनौर की एक स्पैशल इन्वैसटीगेशन टीम गठित की गई थी। एस. एस. पी ने बताया कि तारीख 21 दिसंबर को मनान की गली सड़ी लाश नहर के नजदीक गाँव लाछड़ू खुर्द के साथ लगते सूए की खदानों की घने झाड़ियों में से बरामद हुई थी। जिसके सिलसिले में डाक्टरों का बोर्ड गठित करके लाश का पोस्ट मार्टम करवाया गया और पहले से दर्ज मुकदमा में जुर्म 302, 201, 366- ए की बढौतरी की गई । इस मुकदमे के दोषियों को ट्रेस करने के लिए गठित की गई टीम ने मेहनत और लगन के साथ जाँच की । मुकदमे के दोषियों की शिनाख्त करके अवनीस कुमार उर्फ काला पुत्र मांगे राम निवासी गाँव सोगलपुर थाना घनौर तहसील राजपुरा जिला पटियाला और सुनीता बेगम पत्नी रसीद खान पुत्र सबीर निवासी मंजोली रोड घनौर को तारीख 28 दिसंबर को थाना घनौर एरिया में से गिरफ्तार किया गया।
एस. एस. पी स. मनदीप सिंह सिद्धू ने इस केस का खुलासा करने सम्बन्धित अधिक जानकारी देते हुए बताया कि मौके से मिली लाश के आधार पर सारे क्षेत्र की क्राईम मैपिंग की गई और तारीख 24 दिसंबर को एस. एस. पी की तरफ से समेत एस. पी ( इन्वैस्टीगेशन) पटियाला, इंचार्ज सी. आई. ए स्टाफ पटियाला को साथ ले कर खुद मौका देखा गया और स्पैशल फोरांसिक लैबोरेटरी मोहाली की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। इस केस की जाँच को विभिन्न पहलुओं से, क्राईम एरिया की मैपिंग से और मिले अहम सुरागें को कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए पटियाला पुलिस आरोपियों तक पहुँचने में कामयाब हुई।
एस. एस. पी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में बताया कि अवनीस कुमार उर्फ काला जो कि गुरिन्दर सिंह निवासी दौण, की दलीप एंड सन्नस आढ़त की दुकान दाना मंडी घनौर में करीब 16 सालों से बही खाते का काम करता आ रहा है। जहाँ इसके प्रेम सम्बन्ध सुनीता बेगम पत्नी रसीद निवासी दाना मंडी घनौर के साथ होने के कारण उसके घर आना जाना था, जो सुनीता बेगम पहले दाना मंडी घनौर में मनान के दादा नसीरूदीन के घर के सामने रहती थी। नसीरूदीन ने यह मकान खाली करवाने की पैरवी शुरू कर दी थी, यह मकान दाना मंडी में करीब 30-35 साल पुराना बना हुआ था। कुछ देर पहले यह मकान सम्बन्धित विभाग मार्केट कमेटीध्/मंडी बोर्ड की तरफ से सुनीता बेगम पत्नी रसीद से खाली करवा लिया गया था। इसके बाद सुनीता बेगम और इसके पति रसीद पुत्र सबीर अहमद ( जो कि ट्रक ड्राईवरी का काम करता है) ने घनौर के क्षेत्र में ही प्लाट ले कर मकान बनाया था। यह प्लाट लेने, बैंक से लोन मंजूर करवाने और मकान बनाने के लिए भी अवनीस कुमार उर्फ काले ने सुनीता बेगम की डेढ़ लाख रुपए की मदद की थी। अवनीस कुमार उर्फ काला (आरोपी) और सुनीता बेगम (आरोपी) को इस बात का काफी गिला था कि नसीरूदीन ( मनान का दादा) ने इनका घर खाली करवाया है और यह दोनों नसीरूदीन को सबक सिखाने की ताक में मंसूबे घड़ा करते थे।
श्री सिद्धू ने बताया कि तारीख 5 दिसंबर को दाना मंडी घनौर में विवाह समागम था और नसीरूदीन का दाना मंडी घनौर में मकान होने के कारण उसका पोता मनान भी समागम वाली जगह गया था, जहाँ मनान आईस क्रीम खाता हुआ अवनीस कुमार उर्फ काला को मिल गया। जो मनान को आईस क्रीम खिलाने के बहाने अपनी आढ़त वाली दुकान पर ले गया। जहाँ अवनीस कुमार उर्फ काला ने मनान का बोरी की रस्सियों के साथ बांध कर दम घोंटते हुए उसका कत्ल कर दिया और दुकान बंद करके सुनीता बेगम के घर चला गया, जहाँ उस ने नसीरूदीन के पोते मनान की हत्या की सारी सुन्नी बेगम को बता दी और फिर कुछ समय बाद घनौर से वापस अपने घर चला गया। इसके बाद रात करीब 9-9ः30 बजे अवनीस कुमार अपने मोटरसाईकिल पर सवार होकर फिर दाना मंडी घनौर में आढ़त की दुकान पर आ गया, जहाँ से वह मनान की लाश दुकान से उठाकर नहर के साथ लगते सूखे सूए में उतर गया और सूए के साथ करीब किलोमीटर जाकर घनी झाड़ियों में मनान की लाश को फैंक दिया और फिर सुनीता बेगम के घर चला गया। जहाँ इसने हाथ वगैहरा धोए और सुनीता बेगम को बताया कि उसने मनान की लाश को ठिकाने लगा दिया है। इसके बाद काला मुजरिम दाना मंडी आढ़त की दुकान पर आकर अपना मोटरसाईकिल उठा कर घर चला गया और रोजमर्रा की तरह आढ़त की दुकान पर आता जाता रहा। एस. एस. पी. ने बताया कि गिरफ्तार किये गए आरोपियों से गहराई के साथ पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि छह साला मासूम बच्चे को बेरहमी के साथ कत्ल करने वाले इन दरिन्दों को फांसी की सजा दिलवाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।
गौरतलब है कि डायरैक्टर जनरल पुलिस, पंजाब, चंडीगढ़ और इंस्पेक्टर जनरल पुलिस पटियाला रेंज की तरफ से इस कत्ल केस को ट्रेस करने और पटियाला पुलिस को मुबारकबाद दी गई और कहा कि इस केस में बढ़िया काम करन वाले अधिकारी/ कर्मचारियों को उचित ईनाम दिया जायेगा।
इस रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात के बारे में पूर्व केंद्रीय विदेष राज्य मंत्री श्रीमती परनीत कौर ने पटियाला पुलिस की तरफ से पकड़े गए कातिलों को इस घृणित जुर्म के लिए सख्त से सख्त सजा देने की माँग करते हुए कहा कि ऐसे अमानवीय कृत्य करने वाले अपराधियों को माननीय अदालत की तरफ से ऐसी सजा देनी चाहिए, जो एक मिसाल बने जिससे भविष्य में कोई ऐसा घिनौना और अतिनिंदनीय कृत्य करने की जुर्रत ना करे।
श्रीमती परनीत कौर ने इस घटना की सख्त निंदा करते हुए पीड़ित परिवार के साथ दुख प्रकट करते उन्हें यकीन दिलाया है कि इस घृणित जुर्म को अंजाम देने वाले दोषियों को छोड़ा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में वह परिवार के साथ खड़े हैं। श्रीमती परनीत कौर ने इस घृणित अंधे कत्ल के अपराधियों को काबू करने पर पटियाला पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस अमानवीय जुर्म करने वाले कातिलों को सख्त से सख्त सजाएं दिलाने के लिए कोई कसर बाकी ना छोड़ी जाए।
इस से पहले पटियाला के एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा है कि मासूम के कत्ल के आरोपियों को फांसी की सजा दिलवाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी.