हिंसा पर उतारू अध्यापकों की पटियाला पुलिस द्वारा जलसेवा
पटियाला पुलिस के लिए पटियाला में आज ला एन्ड ऑर्डर कायम रखना आजमाइश की घड़ी थी । आज शहर में कई किस्म के धरने प्रदर्शन हो रहे थे जिनमें सबसे बड़ा प्रदर्शन अध्यापकों का था । एकदम से हिंसक हो गए अध्यापकों की भीड़ ने जब मोतीबाग पैलेस की तरफ हमलावर अंदाज में पढ़ना शुरू किया तो एकबारगी तो पुलिस को लेने के देने पड़ गए लेकिन बाद में पुलिस ने जी जान लगा कर अपनी पूरी शक्ति से हजारों की भीड़ से दस्त पंजा लेना शुरू किया और उनको पीछे धकेला लेकिन हिंसा पर उतारू अध्यापकों ने बैरिकेड तोड़ने शुरू कर दिए और इसके बाद अध्यापकों की भीड़ पुलिस पर हमलावर हो गई और पटियाला के एसपी हेडक्वार्टर हरविंदर सिंह विर्क पर अटैक किया जिससे उनको बाजू में गंभीर चोट पहुंची तभी पुलिस की टुकड़ी ने पूरी मुस्तैदी से खड़े होकर को आगे बढ़ने से रोका और उसके बाद पुलिस का जल्दस्ता सामने आया और उसमें से वाटर कैनन द्वारा पानी की बौछार की गई जिस से बुरी तरह भीगने के बाद थरथर कांपते हुए पीछे की ओर भागने को मजबूर हो गए। इसी दौरान एसपी सिटी पटियाला केसर सिंह ने अध्यापकों द्वारा स्टेज बनाकर काम में लाई जा रही जीप के ऊपर जंप करके माइक अपने हाथों में ले लिया और हिंसा पर उतारू अध्यापकों को समझाया कि ऐसी हरकत मत करें और कानून को अपने हाथ में ना लें। पूरा पुलिस प्रसाशन, डिप्टी कमिश्नर पटियाला श्री कुमार अमित और एसएसपी पटियाला श्री मनदीप सिंह सिद्धू के नेतृत्व में एसपी सिटी केसर सिंह एसपी इन्वेस्टिगेशन मनजीत सिंह बराड़ डीएसपी रूरल गुरुदेव सिंह धालीवाल,डी एस पी राजपुरा केके पैंथे, डी एस पी 2 सुखअमृत सिंह रंधावा, डी एस पी जसविंदर सिंह टिवाणा व अन्य अधिकारियों के साथ सभी थानों के एस एच ओ व महिला पुलिस कर्मी पूरी शक्ति से जहां मास्टरों को आगे बढ़ने से रोक रहे थे वहीं पर सिविल अधिकारी बातचीत से मसला हल करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन मास्टर मानते ही नहीं थे और मुर्दाबाद के नारों द्वारा अपनी ठंड भगाने का यत्न कर रहे थे । खबर लिखने तक हालात तनावपूर्ण लेकिन काबू में थे। मीडिया के एक दो लोग भी हीरो बनने की चपेट में हुल्लड़बाजों के लात घूंसों का शिकार हो गए।