न्यूजीलैंड में मस्जिद पर आतंकवादी हमला-40 मरे
न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में हुई गोलीबारी में 40 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. इस हमले में 20 से ज़्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री ने इसे आतंकवादी हमला क़रार दिया है.
न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि करते हुए शुक्रवार को अपने देश के लिए ‘काला दिन’ बताया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में एक महिला समेत चार लोगों को हिरासत में लिया गया है.
प्रधानमंत्री ने कहा, “क्राइस्टचर्च इन पीड़ितों का घर था. इनमें से बहुत लोगों ने शायद यहां जन्म न लिया हो. कई लोगों के लिए न्यूज़ीलैंड उनकी पसंद का देश था.”
इसके पहले प्रधानमंत्री ने देश के नाम संदेश में कहा था, “मैं आपको बता सकती हूं कि ये न्यूज़ीलैंड के सबसे काला दिन में से एक है.”
न्यूज़ीलैंड के पुलिस कमिश्नर माइक बुश ने बताया है कि इस मामले में चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं. अब तक ये नहीं कहा जा सकता कि ख़तरा ख़त्म हो गया है.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने पुष्टि की है कि हमलावरों में से एक 28 साल का ऑस्ट्रेलियाई नागरिक है.
उन्होंने हमलावर को ‘अति दक्षिणपंथी आतंकवादी’ बताया है. उन्होंने कहा, ”ये घटना हमें बताती है कि बुरे लोग हमेशा हमारे बीच मौजूद होते हैं और वो कभी भी ऐसे हमले कर सकते हैं.”
न्यूज़ीलैंड का दौरा कर रही बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि वो गोलीबारी में सुरक्षित बचने में कामयाब रहे और इस हादसे के कारण टीम का न्यूज़ीलैंड दौरा रद्द कर दिया गया है.
पुलिस कमिश्नर माइक बुश के मुताबिक़ चार लोगों को हिरासत में लिया है. उन्होंने बताया है, ”कई आईईडी बरामद किए गए हैं. ये एक बेहद सुनियोजित हमला है. इसमें हमलावरों ने भारी हथियारों का इस्तेमाल किया है. अगर कोई भी शख़्स आज मस्जिद जाने वाला है तो हमारी अपील है कि वह आज मस्जिद ना जाए. हमारे बताने तक घरों के दरवाज़े बंद रखें.”
न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश क्रिकेट दौरे के रद्द होने की जानकारी दी है . उन्होंने ट्वीट किया, ”हमारी संवेदनाएं क्राइस्टचर्च में हुए चौंकाने वाले हादसे में प्रभावित लोगों के परिवारों और दोस्तों के साथ हैं. न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने आपसी सहमति से हेगली ओवल टेस्ट को रद्द करने का फ़ैसला लिया है. टीम और सहयोगी स्टाफ़ दोनों सुरक्षित हैं.”
क्राइस्टचर्च की मेयर लियानेर डेलज़ीएल ने इस हादसे पर कहा है, ”स्कूलों में जो बच्चे हैं वो पूरी तरह सुरक्षित हैं. ये बेहद ज़रूरी है कि लोग ख़ुद को इस परिस्थिति में शांत रखें और अपने दोस्त और परिवार से बात करें. ये एक बेहद भयानक घटना है. ये ज़रूरी है कि हम एक साथ मिलकर इन हालात से निपटें.”
प्रत्यक्षदर्शियों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी दी कि गोलीबारी के बाद वो जान बचाने के लिए भागे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़ उन्होंने अल नूर मस्जिद में ख़ून से तर-बतर कई लोगों को ज़मीन पर पड़े देखा.
पुलिस ने चेतावनी जारी है कि लोग प्रभावित इलाक़े में आने से बचें. इलाक़े के सभी स्कूलों और अस्पतालों को बंद कर दिया गया है.
एक चश्मदीद मोहन इब्राहिम ने न्यूज़ीलैंड हेरल्ड से कहा, “शुरू में हमें लगा कि शार्ट सर्किट हुआ है, उसके बाद सभी लोग भागने लगे. मेरे कई दोस्त अभी मस्जिद के भीतर ही हैं.
उन्होंने कहा, “मैंने अपने कई दोस्तों को कॉल किया है लेकिन उनमें से कई ने जबाव नहीं दिया है. मैं अपने दोस्तों को लेकर चिंतित हूं.”
मस्जिद में क्या हुआ?
अल नूर मस्जिद क्राइस्टचर्च के डीन एवेन्यू में हेगली पार्क के सामने स्थित है.
कुछ चश्मदीदों का ये भी कहना है कि उन्होंने मस्जिद के भीतर शव देखे हैं. हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है.
रिपोर्टों के मुताबिक़ लिनवुड इलाक़े की एक और मस्जिद को भी ख़ाली करा लिया गया है.
टीवी न्यूज़ीलैंड से बात करते हुए एक चश्मदीद ने बताया, ”मेरे सामने हमलावर ने एक शख़्स के सीने में गोलियां दागीं. लगभग 20 मिनट तक गोलीबारी जारी रही और कम से कम 60 लोग ज़ख्मी हो सकते हैं ”
चश्मदीद के मुताबिक़ हमलावर ने पहले पुरुषों के प्रार्थना घर को निशाना बनाया फिर महिलाओं के कमरे की ओर बढ़ा.
उन्होंने बताया, ”उस वक़्त मैं बेहद घबराया हुआ था और बस ईश्वर से यही प्रार्थना कर रहा था कि हमलावर के पास गोली ख़त्म हो जाए. महिलाओं के प्रार्थना घर में जाकर उसने गोली चलाई और मैंने आवाज़ सुनी कि एक महिला की मौत हो गई है.”
प्रशासन का क्या कहना है?
स्थानीय मीडिया के मुताबिक केंटरबरी डिस्ट्रिक्ट हेल्थ बोर्ड ने अपने आपातकालीन प्लान को भी लागू कर दिया है.
इसके तहत हताहतों के लिए आपात सेवाएं सुरक्षित रख ली जाती हैं. हालांकि हेल्थ बोर्ड के प्रवक्ता ने ये नहीं बताया है कि कितने लोगों के अस्पताल पहुंचने की संभावना है.
पुलिस ने शहर के कैथेडरल स्क्वेयर को भी ख़ाली करा लिया है. यहां हज़ारों बच्चे जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर रैली कर रहे थे.