‘तलवार, फरसा, डंडा से हमला, SLR और MP-5 गन लूटने की कोशिश; 40 कारतूस छीने’: लाल किले की FIR
Tractor Rally Violence: दिल्ली पुलिस ने अपनी प्राथमिकी में लिखा है कि प्रदर्शनकारियों को हर जगह समझाया गया कि ये उनका रुट नहीं है लेकिन वे नहीं माने और हज़ारों की संख्या में उपद्रवी अंदर घुस गए. उनके हाथों में पिस्टल, तलवार, फरसा और डंडे थे. FIR में कहा गया है कि पुलिस वालों को जान से मारने की नीयत से उपद्रवियों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारा और बंधक बना लिया.
गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च (Farmers Tractor March) के दौरान लाल किले में हुई हिंसा (Red Fort Violence) पर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने FIR दर्ज कर ली है. FIR में कहा गया है कि उत्तरी जिले के पुलिस कंट्रोल रूम को 26 जनवरी को दिन में 12 बजे सूचना मिल गई थी कि लोगों की भीड़ ट्रैक्टर और निजी वाहनों के जरिए ऐतिहासिक लाल किले की तरफ बढ़ रही है. उस वक्त रिपब्लिक डे की परेड से झांकिया वापस लौट रही थीं. प्राथमिकी में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने 3 लाल किले पर पहुँचने के लिए आईटीओ से 3 जगह बेरिकेड तोड़े और पुलिसवालों को कुचलने की कोशिश की.
दिल्ली पुलिस ने अपनी प्राथमिकी में लिखा है कि प्रदर्शनकारियों को हर जगह समझाया गया कि ये उनका रुट नहीं है लेकिन वे नहीं माने और हज़ारों की संख्या में उपद्रवी अंदर घुस गए. उनके हाथों में पिस्टल, तलवार, फरसा और डंडे थे. FIR में कहा गया है कि पुलिस वालों को जान से मारने की नीयत से उपद्रवियों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारा और बंधक बना लिया. इतना ही नहीं उनके पास जो भी सामान थे, उसे लूट लिया.
पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, हथियारबंद प्रदर्शनकारियों ने एक MP-5 गन लूटने की कोशिश की. जब वो नहीं लूट पाये तो उसके 20 कारतूस छीन ले गए. पूरे लाल किले में तोड़फोड़ की ,वहां खड़ी गाड़ियों को भी तोड़ा. दूसरी जगह एक एसएलआर गन छीनने की कोशिश की लेकिन 20 कारतूस भी लूट ले गए.
प्राथमिकी में कहा गया है कि उपद्रवियों ने झांकियों को नुकसान पहुँचाया और मीडिया वालों से भी मारपीट की. प्रदर्शनकारियों पर गणतंत्र दिवस के सराकरी आयोजन में बाधा डालने और लाल किले के अंदर घुसकर 141 पुलिसकर्मियों को ज़ख्मी करने के भी आरोप लगाए गए हैं.