मनप्रीत बादल ने क्यूं गायब कर दिया लाखों का सरकारी फर्नीचर
पंजाब में नई सरकार बनने के बाद पूर्व मंत्रियों ने अपने-अपने सरकारी आवास खाली करने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में कुछ दिन पहले पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने अपना सरकारी आवास खाली किया और उनके आवास खाली करने के बाद ही विवाद शुरू हो गया। आवास विभाग के इंजीनियर ने मनप्रीत बादल के घर खाली करने के बाद विधानसभा सचिवालय को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि पूर्व मंत्री ने अपना आवास खाली कर दिया है लेकिन आवास से कुछ सामान गायब हैं।
इंजीनियर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पूर्व वित्त मंत्री के आवास खाली करने के बाद आवास से डाइनिंग टेबल, 10 कुर्सियां, एक ट्राली और एक सोफा कम मिला है, जो सरकार की ओर से पूर्व मंत्री को मुहैया कराया गया था। इंजीनियर की रिपोर्ट के बाद मनप्रीत बादल ने बताया कि जिन सामानों के गायब होने की बात कही गई है, उसे उन्होंने अपने पैसों से खरीदा था।
मनप्रीत बादल ने विभाग के नाम 1 लाख 84 हजार रुपये का चेक भी काट दिया और उसे ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि, “मेरे द्वारा हाल ही में खाली किए गए सरकारी घर से कुछ गायब सामानों के बारे में गलत जानकारी का प्रचार किया जा रहा है। दुर्भाग्य से ये आरोप डेली पोस्ट पंजाबी द्वारा पोस्ट किए गए थे। तथ्य-जांच या सत्यापन के लिए किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया।”
वहीं पूर्व वित्त मंत्री के साले ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने आपको विकल्प दिया है कि यदि आप फर्नीचर रखना चाहते हैं, तो आप इसके लिए भुगतान कर सकते हैं। हमने पुराने फर्नीचर के लिए 1.84 लाख रुपये का भुगतान किया।
भगवंत मान सरकार में कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुझे भी एक सरकारी घर आवंटित किया गया है। निरीक्षण करने पर यह पाया गया है कि 100 रुपये की छोटी-छोटी चीजें भी आवास में नहीं मिली हैं।”