नाभा बैंक लूट का सबसे दर्दनाक पहलू यह रहा कि इसमें एक गरीब सुरक्षा कर्मचारी की मौत हो गई लेकिन पटियाला पुलिस का मानवीय चेहरा उस समय सामने आया जब डीजीपी पंजाब की तरफ से इस बैंक लूट का मामला हल करते हुए बहादुरी का सबूत देने वाले पुलिस कर्मचारियों को इनाम स्वरूप दी जाने वाली एक लाख रूपये की राशी को पटियाला के एसएसपी श्री मनदीप सिंह सिद्धू ने इस दुखदाई घटना में जान गवाने वाले गरीब बैंक सिक्योरिटी गार्ड प्रेमचंद के परिवार को देने का एलान किया.
गौरतलब है कि आज बाद दोपहर एक प्राइवेट इंडिगो कार से अनाज मंडी स्थित एसबीआई की ब्रांच में कैश लाया गया था। गाड़ी बैंक के बाहर खड़ी कर इंडिगो सवार तीन बैंक कर्मियों में से एक बैंक के अंदर से एक और कर्मचारी को बुलाने गया और डिक्की खोलकर जैसे ही कैश निकालने लगे तो बुलेट मोटरसायकिल पर सवार 2 लोग आए, जिनमें से एक ने गाड़ी चालक के गर्दन पर पिस्टल तान दी और दूसरे ने कैश लेकर भागने की कोशिश की। बैंक के सिक्युरिटी गार्ड प्रेम चंद ने इसका विरोध किया तो बदमाश ने बेहद करीब से दिल के पास गोली मार दी और फिर 50 लाख का कैश लेकर दोनों फरार हो गए।
आनन-फानन में घायल गार्ड प्रेमचंद को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसकी हालत गंभीर होने के चलते कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। इस वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी और घटना के महज 4 घंटे के बाद ही बैंक लूट और हत्या के दोषियों को धर दबोचा .इससे साबित हुआ है कि पंजाब पुलिस जहां आम जनता के सुरक्षा के लिए और उनके जान माल की रखवाली के लिए वचनबद्ध है वहीं पर पंजाब पुलिस खासतौर पर पटियाला पुलिस आम लोगों के दुख सुख की भी साथी है.