इन बदमाशों की पहचान बेतिया जिला बिहार निवासी दुलेश आलम, जिला बस्ती यूपी निवासी बदरे आलम, जिला गोपालगंज बिहार निवासी अमित यादव उर्फ राधेश्याम, जिला मोतीहारी बिहार निवासी सद्दीक अनवर, जिला मुजफ्फरपुर बिहार निवासी सनोज कुमार व जिला बेतिया बिहार निवासी कैश आलम के रूप में हुई।
आरोपियों के फोन से 18 ऐसे नंबर मिले हैं, जो विदेशों से ऑपरेट हो रहे थे। मिडिल ईस्ट में इकबाल कैश आलम और सादिक, सउदी अरब में राकेश तथा पाकिस्तान में अली, नजीर, वसीम, शब्बीर, इमरान, एमडी खान व रफीक आरोपियों का सहयोग कर रहे थे।
इन्हीं के जरिए पैसे खातों में ट्रांसफर किए जाते थे। ये सभी गणमान्य लोगों के मोबाइल नंबर व अन्य डाटा इंटरनेट से निकालते थे। इसके बाद स्थानीय गैंगस्टर के नाम से धमकी देकर पैसे ऐंठने का प्रयास करते थे।
उसी ने विदेश मे बैठे अपने भाई कैश आलम व पाकिस्तान व सउदी अरब समेत मिडिल ईस्ट के देशों में अपने साथियों से इनका संपर्क कराया था। कैश आलम पहले भी करीब तीन साल दुबई में रह चुका है।