ग्रेनेड HE36 पाकिस्तान की फौज का है-आई एस आई+गोपाल चावला+हाफिज सईद
अमृतसर के राजासांसी इलाके के निरंकारी भवन पर रविवार को हुए ग्रेनेड अटैक की जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियों के हाथ अहम सुराग लगे हैं। जांच में पाया गया है कि इस हमले में जिस ग्रेनेड का नकाबपोश हमलावरों ने इस्तेमाल किया था, वह HE-36 सीरीज का है। इस तरह के ग्रेनेड पाकिस्तानी फौज इस्तेमाल करती है। यह एक हैंड ग्रेनेड है जो फेंके जाने के बाद धुआं छोड़ता है और इसके बाद जोरदार धमाका होता है। उधर, इस आतंकी हमले को लेकर गृह मंत्रालय में एक अहम बैठक हो रही है। इसमें रॉ और आईबी सहित गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
बता दें कि इस हमले में 3 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हैं। सूत्रों के मुताबिक, हमले के पीछे किसी नए आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है। उधर, जांच एजेंसियों के इस अहम सुराग के बाद अब इसकी कड़ी पाकिस्तान से भी जुड़ती दिख रही है।
कश्मीरी छात्रों से मिला हैंड ग्रेनेड तो नहीं?
बीते दिनों जालंधर के एक इंस्टीट्यूट के हॉस्टल से पकड़े गए कश्मीरी छात्रों के कब्जे से पुलिस को कई हथियार मिले थे। तब यह बात भी सामने आई थी कि इन छात्रों का संबंध कश्मीरी आतंकवादी संगठन से है। पकड़े गए छात्रों ने यह खुलासा किया था कि उनके एक साथी के पास हैंड ग्रेनेड है, लेकिन पुलिस आज तक न तो उस व्यक्ति को ढूंढ सकी और न ही हैंड ग्रेनेड मिला। रविवार के हमले के बाद यह आशंका भी जताई जा रही है कि सत्संग भवन पर उसी हैंड ग्रेनेड से हमला तो नहीं हुआ?
कहीं यह आईएसआई की हरकत तो नहीं?
निरंकारी भवन पर हमले के बहाने कोई बाहरी आतंकी संगठन पंजाब में फिर से हिंदू सिख एकता में फूट डालने की कोशिश तो नहीं कर रहा है। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि पंजाब के कट्टरवादी सिख संगठनों के बीच लंबे समय से मतभेद चल रहे हैं और उन्हें स्थानीय सिख समुदाय का समर्थन भी नहीं मिल रहा है। भारत में कत्लोगारत के लिए आईएसआई आई द्वारा आतंकियों को दी गई मदद भी किसी से छिपी नहीं है।
ये भी हो सकता है कि आई एस आई के पुराने फार्मूले के तहत गोपाल सिंह चावला के संपर्क में कई लड़कियां हों जिनके जरिये नौजवानों को हनी ट्रैप में फंसकर हिंसक वारदातों के लिए इस्तेमाल किया जाता हो ।
गौरतलब है कि दिल्ली में जांच ऐजेंसियों की एक बैठक में पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तान समर्थक आतंकी गोपाल सिंह चावला को लेकर कई सूचनाएं साझा की गई थीं. सूत्रों के अनुसार गोपाल सिंह चावला पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी आईएसआई और लश्कर-ए-तयबा चीफ हाफिज सईद के साथ मिलकर पंजाब में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा है.
कुछ महीनों पहले पाकिस्तान में हाफिज सईद से चावला की मुलाकात की फोटो भी जांच एजेंसियों के हाथ लगी थी. इससे खालिस्तान समर्थकों के पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से रिश्ते होने की आशंका पुष्टी मानी जा रही है. सूत्रों ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए गोपाल सिंह चावला के भड़काऊ बयान पोस्ट किए जा रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया के जरिए ही लड़कों को खालिस्तान के लिए नियुक्त किया जा रहा है. एनआईए की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि पंजाब में धार्मिक संगठन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के कार्यकर्ता निशाने पर हैं.
पंजाब में 8 आरएसएस के कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में एनआईए ने यह खुलासा किया था. साजिश के पीछे खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के लीडर, पाकिस्तान, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, इटली और सऊदी अरब अमीरात में बैठे खालिस्तान समर्थक आतंकियों ने पंजाब को टारगेट कर हमलों को अंजाम दे रहे हैं.
देश के बाहर बैठे खालिस्तान समर्थक जो आतंकी साजिश रहे हैं उनमें गोपाल सिंह चावला (पाकिस्तान), हरमित सिंह उर्फ हैप्पी (पाकिस्तान), गुरुजिंदर सिंह उर्फ शास्त्री (इटली में होनी की खबर), गुरुशरणबीर सिंह उर्फ गुरुशरण सिंह वालिया उर्फ पहलवान (ब्रिटेन), गुरुजंत सिंह ढिल्लन (ऑस्ट्रेलिया) शामिल हैं. पंजाब के आतंकियों का कनेक्शन पश्चिमी यूपी से होने की बातें भी कही जा रही हैं. इसलिए यूपी पुलिस भी अलर्ट पर है.
गौरतलब है कि पंजाब के अमृतसर शहर के एक गांव में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. राजासांसी के अदावली गांव के संत निरंकारी भवन में हुए इस ब्लास्ट में 3 लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद पंजाब समेत राजधानी दिल्ली, हरियाणा और एनसीआर में हाई अलर्ट है.