निरंकारी भवन ग्रनेड हमले का मुख्य दोषी अवतार सिंह शिकंजे में

राजासांसी के पास गांव अदलीवाल में निरंकारी भवन में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड अवतार सिंह निवासी गांव चक्क मिश्री खां पंजाब पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।
देहाती पुलिस और काऊंटर इंटेलिजेंस के ज्वाइंट आप्रेशन के दौरान अवतार सिंह को सीमावर्ती एक गांव से गिरफ्तार किया गया। उससे कस्बा मजीठा के पास एक बाग से हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है। बरामद हथियार विदेशी हैं। इन हथियारों से आने वाले दिनों में पंजाब को दहलाने की पूरी तैयारी थी। पुलिस द्वारा अवतार सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की जा रही।

सूत्रों के अनुसार अवतार सिंह से पूछताछ के आधार पर कई और लोगों की गिरफ्तारी की जा रही है। अवतार सिंह की गिरफ्तारी का पुलिस प्रैस कांफ्रैंस के दौरान खुलासा करेगी।
इस संबंधी एसएसपी अमृतसर देहाती का कहना है कि अवतार सिंह पुलिस की पकड़ से दूर है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। निरंकारी भवन में ग्रेनेड फेंकने वाले दूसरे आतंकी अवतार सिंह को इंटेलिजेंस की टीम ने शुक्रवार को अरेस्ट कर पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अवतार की गिरफ्तारी के लिए चंडीगढ़ में अगले एक-दो दिन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं। हालांकि पुलिस ने अभी तक गिरफ्तारी नहीं दिखाई है। 18 नवंबर को हुए हमले में 3 तीन लोगों की मौत हो गई थी और 21 से ज्यादा जख्मी हुए थे। वहीं पूछताछ के लिए पकड़े गए दो युवाओं को शुक्रवार देर रात छोड़ दिया गया।

सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने अवतार के पास भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं। इससे पहले एक आतंकी बिक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था। मुख्यमंत्री अमरिंदर ने कहा था कि हमले के पीछे कोई धार्मिक एंगल नहीं है। यह पूरी तरह से आतंकी वारदात है।

कैसे किया था हमला : अमृतसर एयरपोर्ट से मात्र तीन किलोमीटर दूर राजासांसी में सत्संग भवन पर रविवार को ग्रेनेड से हमला किया गया था। काले रंग की बिना नंबर पल्सर पर सवार दो नकाबपोश भवन में घुसे और स्टेज पर बैठे लोगों की तरफ ग्रेनेड फेंककर भाग निकले। उस वक्त सत्संग में करीब 200 लोग मौजूद थे। हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें 17 साल का संदीप भी शामिल था। वहीं, 21 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए।

ग्रेनेड पाकिस्तानी ऑर्डिनेंस फैक्टरी में बना था .आतंकी हमले में इस्तेमाल हैंड ग्रेनेड पाकिस्तानी आर्मी ऑर्डिनेंस फैक्टरी में बना था। इस एचजी-84 ग्रेनेड का इस्तेमाल पाक आर्मी करती है।  हमले के पीछे पाकिस्तानी एजेंसियां और वहां बैठे खालिस्तानी समर्थक आतंकियों का हाथ  है। आईएसआई से मदद पाने वाले खालिस्तानी या कश्मीरी टेररिस्ट ग्रुप का मकसद इस तरह का हमला कर आतंक फैलाना है। 31 अक्टूबर को पटियाला से पकड़े गए खालिस्तान गदर फोर्स के आतंकी शबनमदीप से भी ऐसा ही ग्रेनेड मिला था।”

बिक्रमजीत से जानकारी ले रही है पुलिस :  पुलिस बिक्रमजीत सिंह को शुक्रवार को उन जगहों पर ले गई, जहां वो और अवतार सिंह हमले से पहले गए थे। जांच एजेंसियों की कोशिश है कि 5 दिन के रिमांड के दौरान बिक्रमजीत से अधिक से अधिक जानकारी उगलवाई जा सके। बिक्रम धारीवाल गांव का रहने वाला है।

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