40 मराठा आंदोलनकारियों पर लगा अॅट्रासिटी ऐक्ट, दस हजार लोगों पर हिंसा के केस
आरक्षण के अलावा अॅट्रासिटी ऐक्ट में ढिलाई की जिस मांग को लेकर मराठा क्रांति मोर्चा आंदोलन पर उतरा था, उसी अॅट्रासिटी ऐक्ट के तहत मराठों पर मामले दर्ज किए गए हैं। मराठा क्रांति मोर्चा के समन्यवक प्रवीण गायकवाड ने बताया, ‘पूरे राज्य में अब तक 10,000 से ज्यादा लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं। मराठावाडा में ही 5,000 लोगों के खिलाफ केस हुए हैं। सोलापुर जिले के पंढरपुर में पुलिस ने 40 लोगों पर अॅट्रासिटी ऐक्ट के तहत मामले दर्ज किए हैं।’
मराठा समाज ने अपनी मांगें पूरी करवाने के लिए गुरुवार को महाराष्ट्र बंद किया था। बंद के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस को लाठीचार्ज के बाद आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से हिंसा करने वालों की तलाश कर रही है। पुणे में 185 लोगों को दूसरे ही दिन हिरासत में ले लिया गया था।
पंढरपुर में दलित की दुकान पर पथराव
बंद के दौरान पंढरपुर के संतपेठ में एक दलित ने पंढरपुर शहर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है। उसका आरोप है, ‘बंद के दौरान मैंने अपनी आधी दुकान बंद कर रखी थी। शाम के करीब 7 बजे 15-20 मराठों ने दुकान पर पथराव किया। इससे वहां रखे महापुरुषों के फोटो को नुकसान पहुंचा।’ उन सब पर पुलिस ने अॅट्रॉसिटी ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया है, जिससे इलाके में तनाव है।
सरकार पर भरोसा नहींः मराठा क्रांति मोर्चा
हजारों लोगों पर हिंसा में शामिल होने के मामले दर्ज होने के बाद मराठा क्रांति मोर्चा के समन्यवक प्रवीण गायकवाड ने सरकार पर अविश्वास जताया है। उन्होंने आरोप लगाया है, ‘इस सरकार पर, खासकर मुख्यमंत्री पर हमें कोई भरोसा नहीं है। पुलिस ने ऐसे लोगों पर मामले दर्ज किए हैं, जो आंदोलन में शामिल तक नहीं थे।’