ई डी की बिल्ली ने सुखपाल खेहरा डाला पिंजरे में – कई और जाएंगे दबोचे
पंजाब में आम आदमी पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए सुखपाल सिंह खैहरा को वर्ष 2015 के ड्रग स्मलिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। खैहरा को आज पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
सुखपाल खैहरा को ईडी ने मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। इस बात की पुष्टि खैहरा के फोन पर उनके पीए ने की है। उन्होंने बताया कि ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए सेक्टर 18 स्थित दफ्तर में बुलाया था। इसके बाद ही उन्हें दफ्तर से ही गिरफ्तार कर लिया गया है। खैहरा भुलत्थ से विधायक थे। 19 अक्टूबर को ही उनका इस्तीफा पंजाब विधान सभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने स्वीकार किया था।
खैहरा का राजनीतिक जीवन भी खासा उतार-चढ़ाव वाला रहा है। खैहरा ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी। 2017 में वह आप के टिकट पर विधायक बने और पार्टी ने उन्हें बाद में नेता प्रतिपक्ष भी बनाया। हालांकि वह ज्यादा दिनों तक इस पद पर नहीं रह पाए। आप ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। जून 2021 में ही खैहरा ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी। 2015 के एक एनडीपीएस मामले में सुखपाल खैहरा का नाम आया था। जिसके बाद 9 मार्च को सेक्टर 5 स्थित कोठी नंबर 6 में ईडी की टीम ने रेड की थी।
बाद में, खैहरा के पैतृक गांव रामगढ़ में स्थित उनके घर पर भी ईडी ने रेड की थी। हालांकि बाद में खैहरा को गिरफ्तार नहीं किया गया था। ईडी की रेड के खिलाफ खैहरा ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस मामले में ईडी नई दिल्ली के निदेशक राजा राम मीणा ने हाईकोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया था कि 2015 में दर्ज एनडीपीएस के मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था जो पाकिस्तान के जरिए ड्रग्स सहित हथियारों और सोने की स्मलिंग करते थे।
इस मामले की जांच में सामने आया था कि गुरदेव सिंह नाम का एक व्यक्ति जो पहले ही एक मामले में दोषी करार दिया जा चूका था, वह खैहरा के चुनाव अभियान में फंड्स और वाहन देता था। जिसके बाद फाजिल्का कोर्ट ने खैहरा को समन किया था। जिसे खैहरा ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद खैहरा ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने 31 दिसंबर 2017 को खैहरा को राहत देते हुए उनके खिलाफ चल रहे केस पर रोक लगा दी थी। यह अपील अभी सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है।
ईडी ने बताया था कि इसी मामले में मनी लांड्रिंग की धाराओं के तहत खैहरा की कोठी पर रेड की गई थी। इस मामले के अन्य आरोपियों सहित खैहरा और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों की भी जांच गई तो पाया कि 2008-09 से लेकर 2019-20 की आय रिटर्न के अनुसार उनकी आय इस दौरान उनकी आय 99 लाख थी, जबकि उनके पांच बैंक खातों में 4 करोड़ 86 लाख रुपये जमा थे, जिसमें से 84 लाख से ज्यादा की राशि नकद जमा की गई थी, इसीलिए 9/10 मार्च को अन्य आरोपियों सहित सुखपाल सिंह खैहरा के घर सर्च की गई थी।
मार्च में ईडी द्वारा सीज किए गए दस्तावेजों की जांच के उपरांत ही वीरवार को खैहरा को पूछताछ के लिए बुलाया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि पूर्व में खैहरा यह आरोप लगाते रहे थे कि किसान आंदोलन के दौरान सक्रिय रहने के कारण केंद्र सरकार उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है। वहीं, ईडी ने अभी उनकी गिफ्तारी की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सुखपाल खैहरा के पीए ने इस बात की पुष्टि की कि ईडी ने खैहरा को गिरफ्तार कर लिया है