कैप्टन अमरिंदर की सांसद पत्नी परनीत कौर ने CM चन्नी को दी अर्जी :सिद्धू ने कुछ दिन पहले कहा था कि परनीत कौर भी कैप्टन के साथ नहीं हैं।
पंजाब में कांग्रेस की सियासत में एक और बड़ी हलचल हुई है। पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की सांसद पत्नी परनीत कौर ने रविवार को चंडीगढ़ पहुंचकर मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी से मुलाकात की। कैप्टन को पद से हटाए जाने के बाद यह परनीत की नए सीएम चरणजीत चन्नी से पहली मुलाकात रही। उनके साथ गए पटियाला के मेयर संजीव शर्मा ने कहा कि डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट का काम तेज करने के मकसद से यह मुलाकात हुई थी। इस मीटिंग के दूसरे कोई मायने नहीं हैं।
यह मुलाकात इसलिए अहम मानी जा रही है, क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ चुके हैं। उन्होंने अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बना ली है। हालांकि परनीत कौर ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। परनीत कौर के करीबी सूत्रों के मुताबिक, चन्नी के साथ इस मीटिंग में सिर्फ प्रोजेक्ट को लेकर ही चर्चा हुई। कयासबाजी जरूर लगाई जा रही हैं कि कहीं कैप्टन को फिर से कांग्रेस में लाने के लिए कोई सियासी कोशिश तो नहीं हो रही है, लेकिन कांग्रेसी सूत्र इससे इनकार कर रहे हैं।
मेयर के खिलाफ हो रही थी बगावत
यह मुलाकात ऐसे वक्त पर हुई है, जब कैप्टन के कांग्रेस छोड़ने के बाद पटियाला में मेयर के खिलाफ बगावत हो रही है। पटियाला के मेयर संजीव शर्मा कैप्टन के करीबी माने जाते हैं। कुछ दिन पहले कैप्टन के कांग्रेस छोड़ देने के बावजूद संजीव ने उनके हक में नारेबाजी की थी। इसके बाद कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी समेत दिग्गज कांग्रेसी पटियाला पहुंचे थे। तब संभावना थी कि मेयर को हटा दिया जाएगा। हालांकि परनीत कौर के कांग्रेस में ही होने की वजह से पार्टी ने यह जोखिम नहीं लिया। यह भी चर्चा है कि पटियाला में ज्यादातर पार्षद कैप्टन के पक्के समर्थक हैं। इसे मेयर की कुर्सी बचाने से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि मेयर संजीव शर्मा ने इससे इनकार किया है।
सिद्धू ने की थी व्यक्तिगत टिप्पणी
नवजोत सिद्धू ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को घेरने के चक्कर में उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर दी थी। सिद्धू ने कहा था कि परनीत कौर भी कैप्टन के साथ नहीं हैं। परनीत कौर ने भी कभी इस मुद्दे पर जवाब नहीं दिया कि वो कांग्रेस में रहेंगी या पति कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ जाएंगी।
हालांकि इस बारे में कैप्टन से भी पूछा गया था, लेकिन उन्होंने इस सवाल को मूर्खतापूर्ण बता दिया था। परनीत कौर ने सिद्धू को जरूर घेरा था। उनका कहना था कि कैप्टन के खिलाफ हुई बगावत सिद्धू की ही साजिश थी।