पटियाला को 18 घण्टे बंधक बना कर रखा अध्यापकों ने

पटियाला के नागरिकों से दुर्व्यवहार करने, पटियाला के नागरिकों के अमन शांति में खलल डालने, पटियाला के नागरिकों को स्पीकर लगाकर धमकियां देने वाले अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए इंटरनैशनल ह्यूमन राइट्स असोसिएशन और पटियाला वेलफेयर एसोसिएशन ने पंजाब सरकार से मांग की है। संस्था ने अध्यापकों द्वारा अपनाए गए हुल्लड़ बाजी पूर्ण रवैया और गुंडागर्दी की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि अध्यापकों को कोई हक नहीं था कि पटियाला को 18 घंटे बंधक बना कर रखा जाता। अध्यापकों ने जहां राजपुरा कॉलोनी के निवासियों के अमन चैन को भंग किया, वहीं पर परीक्षा के दिनों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को भी स्पीकर लगाकर ऊंची ऊंची आवाज में गैरकानूनी ढंग से नारेबाजी करते हुए इस हद तक डिस्टर्ब किया कि उनकी पढ़ाई पर भी असर पड़ेगा, इसके अलावा अध्यापकों ने स्पीकर लगाकर राजपुरा कॉलोनी से मोदी कॉलेज तक जाते हुए रास्ते में पूरा यातायात अवरूद्ध किया जिससे कई मरीजों को भी हस्पताल ले जाने में दिक्कत पेश आई। आई एच आर ओ के चेयरमैन परवीन कोमल के पास इस बात के पुख्ता सबूत मौजूद हैं कि कैसे अध्यापक गाड़ियों पर स्पीकर लगाकर पुलिस और आम गुजरने वाली राहगीरों को धमकाते नजर आ रहे हैं। पटियाला में ऐसा लग रहा था जैसे सरकार नाम की कोई चीज ना हो और आम जनता अध्यापकों की 10 हजार की भारी भीड़ को देखकर सहमी हुई थी कि कोई अनहोनी ना हो जाए क्योंकि अध्यापक काफी हिंसक रूप में थे। अध्यापकों के एक दल ने शेरा वाला गेट से आगे की तरफ जाते हुए दो स्कूटर सवार नौजवानों को भी इसलिए पीट दिया क्योंकि वह दाएं और मुड़कर अध्यापकों को साइड देने के लिए हॉर्न बजा रहे थे। पटियाला की जनता ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जाए और अगर इतनी बड़ी तादाद में बाहर से लोग इकट्ठे होकर पटियाला की हद में दाखिल होकर अमन चैन भंग करते हैं तो उनको काबू करने के लिए डिप्टी कमिश्नर को सेना की सहायता लेने का आदेश भी दिया जाए।