नंगी जांघों वाली तरबूजशुदा रेहाना फातिमा पुलिस ने काबू की
अपनी नंगी जांघों की फोटो अश्लील ढंग से पोस्ट करने वाली नंगी छातियों पर साबका तरबूजधारी रेहाना फातिमा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जाता है कि 32 साला मुस्लिम महिला फातिमा ने अपनी नंगी जांघ दिखाकर एक तस्वीर पोस्ट की जिससे लोगों में काम उत्तेजना पैदा हो सके और लोगों की सेक्सी भावनाएं भड़क सके । ऐसा करते हुए उसने वो काले कपड़े पहने जो भगवान अय्यप्पा के दर्शन करने वाले भक्तों पहनते हैं और इसके साथ ही चन्दन का टीका भी लगाया और अपनी टांगें चौड़ी करके अपनी नंगी जांघों का प्रदर्शन भी किया। गौरतलब है कि बीते महीने केरल के विवादित सबरीमला मंदिर में प्रवेश करने की नाकाम कोशिश करने वाली इस महिला को पुलिस ने “अश्लीलता प्रदर्शित करती” तस्वीर पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
32 साल की रेहाना फ़ातिमा पर आरोप है कि सबरीमला मंदिर जाते वक्त उन्होंने सोशल मीडिया फ़ेसबुक पर अपनी एक सेल्फ़ी पोस्ट की थी. इस तस्वीर में उनकी थाई (जंघाएं) दिख रही थीं.
रेहाना टेलीकॉम तकनीशियन के तौर पर काम करती हैं और एक मॉडल हैं. इसी साल अक्तूबर में रेहाना और एक अन्य महिला पत्रकार कड़ी पुलिस सुरक्षा में सबरीमला पहुंची थीं. वहां भक्तों द्वारा उसका कड़ा विरोध किया गया था हालांकि वो मंदिर के मुख्य दरवाज़े तक पहुंच गई थीं लेकिन भक्तों के विरोध के बाद वो वहं से लौट आई थीं. मंगलवार को रेहाना को कोच्चि स्थित उनके दफ़्तर से गिरफ़्तार किया गया है।
रेहाना को जज ने 14 दिन की हिरासत में भेजा है ताकि उनके ख़िलाफ़ लगे आरोपों की जांच की जा सके. रेहाना पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के भी आरोप हैं.
रेहाना सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल में काम करती हैं. हालांकि नंगी जांघें दिखाना उसका अपना निजी मामला है लेकिन बीएसएनएल ने कहा है कि जांच पूरी होने तक रेहाना को बर्ख़ास्त किया गया है.
जानिए क्या है पूरा मामला
बीते सप्ताह सबरीमला जाने के रास्ते ने रेहाना ने अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर इपनी एस तस्वीर पोस्ट की थी. इसमें को काले कपड़ों में थीं (स्वामी अयप्पा के भक्त काले रंग के कपड़े पहनते हैं), उनके माथे पर चंदन लगा हुआ था और उन्होंने अपने कपड़े घुटने तक उठाए हुए हैं. आरोप है कि ये तस्वीर स्वामी अयप्पा की एक भंगिमा का मज़ाक उड़ा रही है.
पुलिस को रेहाना के ख़िलाफ़ “अश्लीलता प्रदर्शित करने” वाली तस्वीर पोस्ट करने और “अयप्पा भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने” की शिकायत मिली जिसके बाद उनके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है.
इस महीने की शुरुआत में रेहाना ने एक निचली अदालत में याचिका दायर कर अपील की थी कि पुलिस को उन्हें गिरफ़्तार करने से रोका जाए. लेकिन कोर्ट ने उनकी इस गुज़ारिश को ख़ारिज कर दिया था जिसके बाद उन्हें गिरफ़्तार किया गया.
रेहाना की मित्र आरती ने कहा कि रेहाना किसी को धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थीं ना ही ये कोई अश्लील हरकत थी।
वो सवाल करती हैं, “उन पुरुषों का क्या जो अपनी छाती खुली कर और अपनी जांघें दिखाते हुए सबरीमला जाते हैं? उन्हें क्यों अश्लील नहीं माना जाता?”
लेकिन उनको यह पता होना चाहिए कि पुरुषों की नंगी जांघों और औरत की नंगी जांघों में दिन रात का फर्क होता है।
यह नंगी तस्वीर ऐसी कामुक और उकसाऊ है जिसे देखकर नौजवानों की तो बात छोड़िए बुजुर्गों में भी कामुकता की भावना पैदा होती है और इसे देखते ही मन में तरह-तरह की अश्लीलता के ख्याल अंगड़ाइयां लेने लगते हैं। यह वही रहना फातिमा है जिसने नंगी होकर एक तरबूज काट कर दो हिस्से करके अपनी नंगी छातियों पर लगाकर फोटो खिंचवा कर पोस्ट की थी और तरबूज का रस पीते हुए अपनी नंगी छातियों का प्रदर्शन भी सोशल साइट्स पर किया था लोगों का कहना है जो चीज हिसाब में छुपाने लायक होती हैं उस चीज का सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शन करके एक मुसलमान होने के नाते रेहाना फातिमा ने शरीयत का भी उल्लंघन किया है जिसके लिए अकबरुद्दीन ओवैसी जैसे मुस्लिम नेताओं को सख्ती से इसके विरोध में आवाज उठानी चाहिए और मौलवियों को भी इसके खिलाफ फतवा जारी करना चाहिए।